Nobel Prize Winners 2018

Nobel Prize 2018

हेलो दोस्तों, आज हम Nobel Prize 2018 से सम्बंधित सभी डिटेल लाये हैं जैसे Nobel Prize in Physics, nobel prize 2018 chemistry , Nobel Prize Medicine, Nobel Prize Winners 2018 या  Nobel Prize Winners List   जिससे आपको  अपनी आगामी परीक्षा के लिए आसानी हो जाएगी क्योंकि  इस पर कुछ न कुछ प्रश्न हर परीक्षा में पूंछे जाते हैं | तो फिर दोस्तों  हमारा ये पोस्ट आपके लिए बहुत मूल्यवान है और अगर आप इसको अच्छी तरह से याद करते हैं तो आप अपने लिए आगामी परीक्षा में कुछ अंक तो सुनिश्चित ही कर लेंगे।
नोबेल पुरस्कार शांति , साहित्य , भौतिकी , रसायन , चिकित्सा विज्ञान और अर्थशास्त्र इन छह क्षेत्रों में दिया जाता है।अगर हम Nobel Prize Money की बात करें तो  नोबेल पुरस्कार में एक डिप्लोमा , एक मेडल और कैश पुरस्कार भी होता है। जिसमें डिप्लोमा में नोबेल संस्था की तरफ से सर्टिफिकेट होता है। नोबेल पुरस्कार में मिलने वाले मेडल का भार फिक्स नहीं होता पर ये मेडल 18 कैरेट सोने का बना होता है और करीब 24 कैरेट सोने की प्लेटिंग की जाती है। साथ ही इसका वजन 175 ग्राम के आस पास होता है। इस प्रकार से मेडल करीब करीब 10,000 डॉलर की कीमत का होता है।
नोबेल पुरस्कार में दी जाने वाली राशि करीब US$1.1 million होती है जो कभी एक व्यक्ति को या फिर एक से ज्यादा व्यक्तियों  में उनके योगदान के अनुसार  विभाजित करके दी जाती है। हालाँकि इस नोबेल पुरस्कार में बहुत भरी भरकम राशि दी जाती है पर इस पुरस्कार का मान इस राशि से कहीं ज्यादा है।
लेजर तकनीक में महत्वपूर्ण खोज करने वाले तीन वैज्ञानिकों अमेरिका के आर्थर अश्किन, फ्रांस के जेरार्ड मोउरो और कनाडा की डोना स्टि्रकलैंड को इस साल के भौतिकी के नोबेल पुरस्कार के लिए चुना गया है। इनकी खोज से प्रकाश की किरणें आंखों की सर्जरी से लेकर माइक्रो-मशीनों तक एक उपकरण की तरह इस्तेमाल होने लगीं।
एश्किन को मिलेगी आधी इनामी राशिः तीनो वैज्ञानिकों को 90 लाख स्वीडिस क्रोनर ( करीब 7 करोड़ 35 लाख रूपये ) की इनामी राशि दी जाएगी। अमेरिकी वैज्ञानिक आर्थर एश्किन को इसका आधा हिस्सा मिलेगा, जबकि मोरो और स्ट्रिकलैंड को बाकी बची राशि बांटनी पड़ेगी।
The Nobel Prize in Medicine कैंसर के उपचार में क्रांतिकारी बदलाव लाने वाले अमेरिका के जेम्स एलिसन और जापान के तासुकु होंजो को इस साल के चिकित्सा के नोबेल पुरस्कार के लिए चुना गया है। दोनों ने यह खोज की थी कि प्रतिरक्षा प्रणाली (Immune System) किस तरह कैंसर से मुकाबला कर सकता है। बीती सदी के अंतिम दशक में वैज्ञानिकों की इस खोज से त्वचा कैंसर के सबसे घातक प्रकार मेलेनोमा और फेफड़े समेत कई तरह के कैंसर के लिए नए और प्रभावी इलाज के विकास की राह खुली, पहले इनका उपचार बेहद मुश्किल था।

Nobel Prize Winners 2018

🥇 भौतिकी :-🥇
1) आर्थर स्किन (अमेरिका)
2) गेरार्ड मोउरो (फ्रांस)
3) डोना स्ट्रीकलैंड (कनाडा)
🥇 रसायन :- 🥇
1) एच अर्नाल्ड (अमेरिका)
2) जार्ज पी स्मिथ (अमेरिका)
3) ग्रेगरी पी विंटर (ब्रिटिश)
🥇 चिकित्सा :- 🥇
1) जेम्स पी एलिसन (अमेरिका)
2) तासुकू होंजो (जापान)
🥇 शांति :-🥇
1) डेनिस मुकवेगे (कांगो)
2) नादिया मुराद (इराक
नोबेल से जुड़े प्रमुख तथ्य
  • 1901 से अब तक 112 बार दिया गया भौतिकी का नोबेल
  • तीन महिलाओं मैरी क्यूरी (1903), मारिया गोएपर्ट-मायर (1963) और डोना स्टि्रकलैंड (2018) ने यह सम्मान जीता
  • 1956 और 1972 में दो बार भौतिकी का नोबेल जीतने वाले जॉन बर्दीन इकलौते वैज्ञानिक
  • लॉरेंस ब्रेग 25 साल की उम्र में यह सम्मान पाने वाले विजेता थे। उन्होंने 1915 में अपने पिता के साथ भौतिकी का नोबेल जीता था।
  • दुनिया भर में महिलाओं के यौन शोषण के खिलाफ छिड़े अभियान ‘मी टू’ की छाया में स्वीडिश एकेडमी ने इस साल साहित्य का नोबेल पुरस्कार किसी को नहीं दिया है। मामले में फ्रांसीसी लेखक जीन क्लाउड अर्नाल्ट ने एक एकेडमी सदस्य से शादी की। यह महिला सदस्य स्टॉकहोम के प्रभावशाली सांस्कृतिक क्लब से भी जुड़ी हुई हैं। लेकिन खुद अर्नाल्ट के यौन शोषण के आरोपों से घिरे हुए हैं। एकेडमी सदस्य से अर्नाल्ट के रिश्ते के चलते नोबेल एकेडमी भी दो हिस्सों में बंट गई। और साल 2018 में नोबेल का साहित्य का पुरस्कार किसी को नहीं देने का निर्णय किया गया।
  • 2014 Nobel Peace Prize कैलाश सत्यार्थी और मलाला यूसुफ़ज़ई को सयुंक्त रूप से मिला था। इस समय मलाला यूसुफ़ज़ई की  उम्र मात्रा 17 वर्ष जो कि नोबेल पुरस्कार प्राप्त करने वालों में सबसे कम उम्र की थी |
  • भारत में सबसे पहले नोबेल पुरस्कार गुरदेव रवीन्द्रनाथ टैगोर को उनके कविता संग्रह गीतांजलि के लिए सन 1913 में मिला।

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